कपालभाती
‘कपालभाती’ यह एक संस्कृत शब्द है। ‘कपाल’ का मतलब होता है माथा / Forehead और ‘भाती’ का मतलब होता है प्रकाश / Light। रोज नियमित कपालभाती करने से व्यक्ति का माथा / चेहरे पर चमक आती है। चेहरे पर चमक होना स्वस्थ और निरोगी व्यक्ति की पहचान होती है। कपालभाती यह एक चमत्कारी प्राणायाम है जिसके कई सारे फायदे है।
विधि / Procedure
- एक समान, सपाट और स्वच्छ जगह जहा पर स्वस्छ हवा हो वहापर कपड़ा बिछाकर बैठ जाए।
- आप सिद्धासन, पदमासन या वज्रासन में बैठ सकते है। आप चाहे तो आपको जो आसनआसान लगे या आप हमेशा जैसे निचे जमीन पर बैठते है उस तरह बैठ जाए।
- बैठने के बाद अपने पेट को ढीला छोड़ दे।
- अब अपने नाक से सांस को बाहर छोड़ने की क्रिया करे। सांस को बाहर छोड़ते समय पेट को अंदर की ओर धक्का दे।
- श्वास अंदर लेने की क्रिया करने की जरुरत नहीं है। इस क्रिया में श्वास अपने आप अंदर लियाजाता है।
- लगातार जितने समय तक आप आसानी सेकर सकते है तब तक नाक से श्वास बाहर छोड़ने और पेट को अंदर धक्का देने की क्रिया को करते रहे।
- शुरुआत में 10 बार और धीरे धीरे बढ़ाते हुए एक बार में60 बार तक यह क्रिया करे।
- आप चाहे तो बीच में कुछ समय का आराम लेकर भी इस क्रिया को कर सकते है।
लाभ / Benefits
- वजन कम / weight loss होता है। भारत में ऐसे कई लोग है जिन्होंने कपालभाती से अपना 30 से 40 किलो वजन काम किया है।
- पेट की बढ़ी हुई अतिरिक्त चर्बी कम होने में सहायक है। यह आपके कमर के आकार को फिर से सामान्य आकार में लाने में मदद करता है।
- चेहरे की झुर्रिया और आँखों के निचे का कालापन दूर कर चेहरे की चमक फिर से लौटाने में मदद करता है।
- गैस, कब्ज और अम्लपित्त / Acidity की समस्या को दूर भगाता है।
- शरीर और मन के सारे नकारात्मक तत्व और विचारो को मिटा देता है।
- शरीर को detox करता है।
- स्मरणशक्ति को बढ़ाता है।
- कपालभाती करने वक्त पसीना अधिक आता है जिससे शरीर स्वच्छ होता है।
- कफ विकार नष्ट होते है और श्वासनली की सफाई अच्छे से होती है।
- इस क्रिया से रक्त धमनी की कार्यक्षमता बढाती है और बढ़ा हुआcholesterol को काम करने में मदद होती है।
सावधानिया / Precautions
- कपालभाती सुबह के समय खाली पेट, पेट साफ़ होने के बादही करे।
- अगर खाना खाने के बाद कपालभाती करना है तो खाने के 5 घंटे बाद इसे करे।
- कपालभाती करने के बाद 30 मिनिट तक कुछ न खाए। आप चाहे तो थोड़ा पानी लेसकते है।
- शुरुआत में कपालभाती किसी योगा के जानकार के देखरेख में ही करे।
- गर्भवती महिला, Gastric ulcer, Epilepsy, Hernia के रोगीइस क्रिया को न करे।
- Hypertension / उच्चरक्तचाप और ह्रदय रोगीअपने डॉक्टर की सलाह लेकर हे इस क्रिया को करे।
- ऐसे तो कपालभाती क्रिया के कोई दुष्परिणाम / side-effects नहीं है फिर भी कपालभाती करते वक्त चक्कर आना या जी मचलाना जैसीकोई परेशानी होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करे।
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